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मछिलयों के रोचक तथ्य/Amazing facts about fish in hindi

                       मछिलयों के रोचक तथ्य



1. एक समुद्री Frilled शार्क का गर्भकाल 3 से 5 साल तक का होता है।

2. कुछ शार्क अपने जीवनकाल के दौरान अपने 30,000 दांत खो देती है।

3. एक Goldfish सिर्फ तीन सैकेंड़ तक कुछ याद रख सकती हैं।

4. विश्व में मछलियों की कम से कम 28,500 प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिन्हें अलग अलग स्थानों पर कोई 2,18,000 भिन्न नामों से जाना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संगठन (IUCN) के मुताबिक कम से कम 1173 प्रजातियों पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है।

5. उच्च घनत्व के कारण मृत सागर
(Dead sea) में तैराकों का डूबना असंभव है इसी कारण इसमें कोई मछली जीवित नहीं रह सकती।
मछिलयों के रोचक तथ्य/Amazing facts about fish in hindi
《Fish》
              

6. शार्के इस धरती पर 40 करोड़ साल से रह रही हैं।

7. डॉलफिन मच्छलियां पानी के नीचे भी 24 किलोमीटर तक की दूरी तक सुन सकती है।

8. जैल्लीफिश धरती पर 65 करोड़ सालो से रह रही है।

9. शार्क सौते और आराम करते समय भी गति करती रहती है।

10. एक नीली व्हेल बिना खाए 6 महीने तक रह सकती है।

11. ब्राज़ील, कोलम्बिया, वैनेज़ुएला और पेरू में पाई जाने वाली इलेक्ट्रिक ईल (एक प्रकार की मछली) 400 से 650 वोल्ट तक करंट पैदा करती है।

12. ज्यादातर मछलियों के पूरे शरीर पर स्वाद तंत्रकाएँ होती है जो कि उन्हें स्वाद का अनुभव कराती हैं।

13. फैंगटूथ मछलीf केवल कुछ इंच लंम्बी होती है जबकि उसके दांतो का आकार मनुष्य के दांतों जितना होता है।

14. Mudskipper एक मछली है जो कि अपना अधिकतम समय पानी से बाहर रहती है और यह अपने पंखों पर चल सकती है। यह पानी से निकलने से पहले अपने गलफड़ो में थोड़ी सी मात्रा में पानी लिजा सकती है। यह अपनी गीली त्वचा के छिद्रों द्वारा भी सांस ले सकती है।

15. एक फेफड़ा मछली पानी से कुछ साल तक बाहर जीवित रह सकती है। एक फेफड़ा मछली के फेफड़े और गलफड़े दोनो होते हैं।

16. बिल्ली मछली 27,000 प्रकार से स्वाद ले सकती है जबकि मनुष्य केवल 7,000 तक के।

17. समुद्री घोड़ा मछली एकलौती मछली है जो कि बिलकुछ सीधे तैरती है।

18. महान सफैद शार्क जैसी मछलियां अपने शरीर का तापमान बढ़ा सकती है । यह उन्हें ठंडे पानी में शिकार करने में सहायता करता है।

19. अब तक की सबसे बुजुर्ग मछली ऑस्ट्रेलीयन फेफड़ा मछली है जो कि 2003 तक 65 साल की आयु तक जीवित थी।

20. मछलियां एक दूसरे तक संदेश पहुँचाने के लिए कम गुणवत्ता वाले संदेशों के उपयोग करती है। जैसे कि कर्कश, बूम, फुफवार, सीटी, चरमराना, चीख और विलाप आदि।

21. मछलियों का जबड़ा उनकी खोपड़ी से जुड़ा नही होता। इसलिए कई मछलियां अपने शिकार को जबड़े द्वारा झपट लेती हैं।

22. बिजली सर्पमीन(सांप जैसी मछली) और बिजली मछलियों में एक घोड़े को मारने जितनी बिजली होती है।

23. शार्क एकलौती ऐसी मछलियां है जिनके पलकें होती है।

24. कुछ मछलियों के जबड़े में दांतो की कमी होती है। पर चीज को टुकड़ों में करने के लिए उनके गले में चक्की जैसे दांत होते है जो कि खाई गई चीज को घिसा कर छोटे टुकडो में बांट देते हैं। ऐसे दांतो को गिल्टी दांत कहते हैं।

25. ज्यादातर मछलियों में नमक की थोड़ी सी मात्रा ही होता है। पर शार्के जब तक संमुद्र में जीवित रहती है उनका मांस संमुदर के जितने ही खारा होता है।

26. मछलियां अपने रंगो का उपयोग अपने क्षेत्र में अपने आप को बचाने के लिए करती है। जब आप उनका शिकार करने के लिए जाते है तब वह अच्छी तरह से पहचान जाती है कि कोई उन्हें ताक रहा है। कुछ मछलिया लहरों की तरंगो और पराबैंगनी किरणों को देख कर भी किसी चीज का अंदाजा लगा लेती है।
मछिलयों के रोचक तथ्य/Amazing facts about fish in hindi
《Fish》
                  


27. जिन मछलियों के पंख पतले और पूछ कटी-फटी हो तो वह बहुत तेज गति से बड़ी से बड़ी दूरी को भी कम समय में तय कर सकती है।

28. एक उड़ने वाली मछली ज्यादा से ज्यादा 6 मीटर समुंदर से उँची होकर 50 से 200 मीटर दूरी तक उड़ सकती है।

                     मछलियों के रोचक तथ्य-1


1. मछलियां भी पानी में डूबने से मर सकती है। जिस तरह से मनुष्यों को ऑक्सीजन की जरूरत होती है वैसे इन्हें भी ऑक्सीजन की जरूरत होती है। मतलब कि अगर मछलियों को पानी में ऑक्सीजन नही मिलेगी तो वह दम घूटने की वजह से पानी में डूबकर मर जाएगी।

2. एक मछलियों के झुंड में जो मछली मध्य में होती है वही पूरे झुंड़ को नियंत्रण में रखती है। बाकी की मछलीयां मध्य की मछली के निर्देश अनुसार चलती हैं।

3. ज्यादातर मछलियां पिछली और नही तैर सकती जो तैर सकती है वह मुख्य रूप से सर्पमीन की प्रजाति के मैंबर होते है। सर्पमीन सांप जैसी मछलियां होती है।

4. अगर एक मछली कुछ चबाती है तो उसका दम घुटता है क्योंकि चबाने से उनके गलफडो़ के ऊपर से जो पानी निकलता है वह उसमें बाधा उत्पन्न करता है जिससे कि मछली का दम घुटता है।

5. सालमान मछलियां पानी के बहाव की विपरीत दिशा में भी आसानी से तैर सकती है। इसके इलावा यह नदीयो और ठंडे संमुद्रों में भी आसानी से रह सकती है।

6. संमुद्रीघोड़ा मछली अपनी दोनो आँखो को अलग-अलग घुमा सकती है। वह एक ही समय में एक आँख से दाई ओर, और दूसरी से बाई ओर देख सकती है। इसके इलावा यह आसपास के वातावरण अनुसार अपना रंग भी बदल सकती है।

7. ज्यादातर किस्म की संमुद्रीघोड़ा मछिलयां जोड़े(नर और मादा) के रूप में इकट्टठी रहती है। मादा संमुद्री घोड़ा अपने अंडे नर के पेट के अंदर बनी एक थैली में देती है। जब अंड़ो से बच्चे निकलने वाले होते हैं तो नर अपनी पुंछ की सहायता से उन्हें संमुद्री काई के ऊपर रख देते है।

8. ज्यादातर मछलियों की तरह सुर्यमछली के पुंछ नही होती। एक मादा सुर्यमछली एक साल में तीस करोड़ अंडे दे सकती है। प्रत्येक अंडे का आकार महज एक बिंदु के जितना होता है।

9. मछलियां ठंड़े-खून वाले प्राणी हो। अर्थात इनका अंदरूनी तापमान आसपास के वातावरण अनुसार बदल जाता है।

10. दुनिया की सबसे बड़ी मछली ‘दैत्य व्हेल शार्क’ है जिसकी लंम्बाई दो स्कूल बसों जितनी बढ़ जाती है। इसका वजन लगभग 25,000 किलो होता है और यह मुख्य रूप से प्लवक खाती है। प्लवक खारे पानी में उगने वाली बनस्पती होती है। इसके लगभग 4,000 दांत होते है जो कि मात्र 3 मिलीमीटर आकार के होते हैं।

11. पत्थर मछली दुनिया में सबसे जहरीली मछली होती है। इसके काटने से व्यकित पैरालाइज हो सकता है। अगर कुछ ही घंटो में पीड़त का उपचार नही होता तो उसकी मृत्यु हो जाएगी।

12. पीरैनहस एक प्रकार की मछली होती है जो कि दक्ष्णिी अमरीका में पाई जाती है। इसके दांत बहुत ही तीखे होते है। यह मछलियों ,कीड़ों,बीजो, फलों के साथ-साथ घोड़ो को भी खा सकती है।

13. सेलफिश सबसे तेज मछली हो जो कि 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से तैर सकती है।

14. समुद्रीघोड़ा मछली सबसे धीमे चलने वाली मछली है। इसमें से क्षुद्र(लघु) संमुद्रीघोड़ा मछली पाँच फुट तक चलने में एक घंटा लगाएगी। इतना धीमे चलने के कारण यह आपको चलते हुए भी रुकी नजर आएगी।

15. कुछ मछलियों की चमड़ी पर कांटे होते है और शार्को जैसी मछलियों की चमडी रेगमार जैसी होती है।
मछिलयों के रोचक तथ्य/Amazing facts about fish in hindi
《Fish》
                


16. हैमरहैड शार्के 500 तक के बडे़ समूह में चलती है। सबसे शक्तिशाली मादा मध्य में चलती है और जब वह सहवास के लिए त्यार होती है तो दूसरी किसी मादा के साथ दोनो तरफ सिर मिलाने के बाद वह अपना स्थान उसे दे देती है।

17. कुछ पुपमछलियां 45 डिगरी तक के गर्म तापमान में भी रह सकती हैं।

18. बैटफिस एक प्रकार की ऐसी मछली हो जो खतरे का आभास होने पर बिलकुल गतीहीन हो जाती है और वह एक बहते हुए पत्ते की तरह नजर आती है।

19. ऐनाबलीप्स मछली के चार आँखे होती है और वह एक ही समय में ऊपर और नीचे देख सकती है।

20. कुछ चक्रवात पानी के ऊपर तैर रही मचलियों को उड़ाने जाते है और जमीन पर वर्षां के साथ फेक देते है। ऐसा हजारो सालों से होता आ रहा है। रोमन लेखक पलिनी पहली सदी में एक ऐसी ही घटना का एक लेख में वर्णन करते हैं।

21. लैमप्रीस और हैग मछलियां करोडो़ सालों से अब तक जीवित है। यह अबी तक भी पूरी तरह से विकसित नही हुई है।

22. नर ऐंगलमछली आकार में मादा से बहुत छोटी होती है। मादाओं की लंम्बाई जहां 24 इंच तक बढ़ जाती है तो दूसरी तरफ नरों की केवल 1।6 इंच ही होती है। नर, मादाओं के ऊपर परजीवी की तरह निर्भर है।

23. वैज्ञानिको ने संमुद्र की गहराई का केवल एक प्रतीशत हिस्सा ही खोजा है। वह मानते है कि अभी भी लांखों जीव-जंतू अपनी खोज के लिए इंतजार कर रहे हैं।

24. एक नर सम्राट ऐंगलमछली पाँच से ज्यादा मादा साथियों के साथ रहती है। जब सम्राट ऐंगमछली की मौत हो जाती है तो उनमें से एक मादा मछली झुंड की नेता बनने के लिए नर मछली बन जाती है। यब अभी तक रहस्य बना हुआ है।

25. सालमान मछलियां पानी के बहाव की विपरीत दिशा में भी आसानी से तैर सकती है। इसके इलावा यह नदीयो और ठंडे संमुद्रों में भी आसानी से रह सकती है।

26. संमुद्रीघोड़ा मछली अपनी दोनो आँखो को अलग-अलग घुमा सकती है। वह एक ही समय में एक आँख से दाई ओर, और दूसरी से बाई ओर देख सकती है। इसके इलावा यह आसपास के वातावरण अनुसार अपना रंग भी बदल सकती है।

27. ज्यादातर किस्म की संमुद्रीघोड़ा मछिलयां जोड़े(नर और मादा) के रूप में इकट्टठी रहती है। मादा संमुद्री घोड़ा अपने अंडे नर के पेट के अंदर बनी एक थैली में देती है। जब अंड़ो से बच्चे निकलने वाले होते हैं तो नर अपनी पुंछ की सहायता से उन्हें संमुद्री काई के ऊपर रख देते है।

28. ज्यादातर मछलियों की तरह सुर्यमछली के पुंछ नही होती। एक मादा सुर्यमछली एक साल में तीस करोड़ अंडे दे सकती है। प्रत्येक अंडे का आकार महज एक बिंदु के जितना होता है।

29. मछलियां ठंड़े-खून वाले प्राणी हो। अर्थात इनका अंदरूनी तापमान आसपास के वातावरण अनुसार बदल जाता है।

30. अमेजन नदी में पूरे युरोप से अधिक मछलियों की प्रजातियां पाई जाती है।

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