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आर्यभट्ट ओर न्युटन के रोचक तथ्य

  •                          1.आर्यभट्ट के रोचक तथ्य

.आर्यभट्ट:_

1. आर्यभट ने पृथ्वी की परिधि (circumference) की लंबाई 39,968.05 किलोमीटर बताई थी जो असल लंबाई (40,075.01 किलोमीटर) से सिर्फ 0.2 प्रतीशत कम है।

2. आर्यभट ने वायुमंडल की ऊँचाई 80 किलोमीटर तक बताई थी। असल में वायुमंडल की ऊँचाई 1600 किलमीटर से भी ज्यादा है पर इसका 99 प्रतीशत हिस्सा 80 किलोमीटर की सीमा तक ही सीमित है।

3. आर्यभट्ट ने सूर्य से ग्रहों की दूरी के बारे में बताया है। वह वर्तमान माप से मिलता-जुलता है। आज पृथ्वी से सूर्य की दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर मानी जाती है। इसे 1 AU ( Astronomical unit) कहा जाता है।

4. आर्यभट ने तारों से सापेक्ष पृथ्वी के घूमने की गति को माप कर बताया था कि एक दिन की लंबाई 23 घंटे 56 मिनट और 4.1 सैकेंड होती है जो असल से सिर्फ 0.86 सैकेंड कम है। आर्यभट से पहले भी कई ग्रीक, युनानी और भारतीय वैज्ञानिकों ने एक दिन के समय की लंबाई को बताया था पर वो आर्यभट की गणना जितनी सटीक नही थी।

5. आर्यभट के अनुसार एक साल की लंबाई 365.25868 दिन के बराबर होती है जो कि आधुनिक गणना 365.25636 के लगभग बराबर है।
                  
            

Interesting facts about the aryabhat
(Aryabhat)


6. चांद के पूथ्वी के ईर्द – गिर्द चक्कर लगाने की अवधि को आर्यभट ने 27.32167 दिन के बराबर बताया था जो कि आधुनिक गणना 27.32166 के लगभग बराबर है।

7. अंकों को चिन्हों द्वारा लिखना शूरू किया – दोस्तो अक्सर आप ने सुना होगा कि आर्यभट ने जीरो की खोज़ की थी पर आपकी यह जानकारी गलत है। असल में उन्होंने गणनाओं को विशेष चिन्हों द्वारा लिखने की शूरूआत की थी। उनसे पहले किसी लेख में गणनाओं को शब्दों में लिखा जाता था (जैसे कि एक, दो , तीन , गयारा, पंद्रा, बीस आदि) पर उन्होंने गणनाओं को आधुनिक नंबर सिस्टम में लिखना शूरू किया ( जैसे कि 1, 2, 3, 11, 15 , 20 etc.) । (यहां पर ध्यान दें कि 1,2,3 अंग्रेज़ी चिन्ह है जबकि आर्यभट ने किन्हीं और चिन्हों का प्रयोग किया था जिनके बारे में अब पता नही।)

8. आर्यभट ने केवल यह ही नही बताया कि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण क्यों लगते है बल्कि ग्रहण लगने का समय निकलने का फार्मूला भी बताया । उन्होंने ग्रहण कितनी देर तक रहेगा इस बात का पता करने का भी फार्मूला दिया था।

9. आर्यभट ने पाई की वेल्यू दशमल्व के चार अंकों (3.1416) तक सही बताई थी।

10. आर्यभट ने ही त्रिकोणमिती (Trigonometry) के Sin और Cosine की खोज़ की थी। आर्यभट ने इन्हें ‘ज्या’ और ‘कोज्या’ कहा है। ( Cosine कोज्या का ही बिगड़ा हुआ रूप है। ) इस का मतलब है आज पूरी दुनिया में जो त्रिकोणमिति पढ़ाया जाता है, वास्तविकता में उसकी खोज आर्यभट ने की थी।

11. आर्यभट ने ब्रम्हांड को अनादि-अनंत माना। भारतीय दर्शन के अनुसार अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश इन पांच तत्वों के मेल से इस सृष्टी का सृजन हुआ है। परन्तु आर्यभट ने आकाश को तत्व नही माना।

12. आर्यभट ने उस समय की प्रचलित अवधारना को रद्द कर दिया कि पृथ्वी इस ब्रह्मांड के केंद्र में है। आर्यभट के अनुसार सूर्य सौर मंडल के केंद्र में स्थित है और पृथ्वी समेत बाकी ग्रह उसकी परिक्रमा करते है।


                       2.न्युटन के रोचक तथ्य

.न्युटन :_


1. न्युटन के जन्म के तीन महीने पहले उनके पिता का निधन हो गया था। जब न्युटन का जन्म हुआ तो वह सामान्य नही थे और उनका आकार बहुत छोटा था। डाकटरों का कहना था कि वह बच नही पाएँगे।

2. सर आईजैक न्युटन ने गणित, भौतिक शाश्त्र(Physics) और खगोलशाश्त्र के सिवाए कई धार्मिक किताबें भी लिखी हैं।

3. न्युटन के सिर के ऊपर सेब गिरने से उनकी विज्ञान के प्रति प्रेरणा पैदा होने की बात एक लेखक Voltoire द्वारा प्रसिद्ध की गई है।

4. न्युटन अपनी खोजों को जग-जाहिर करने से कतराते थे। उन्होंने करीब 20 साल तक अपनी खोजों के बारे में किसी को नही बताया था।

5. जब न्युटन छोटे थे तो वह पढ़ाई में कुछ खास अच्छे नही थे। एक बार स्कुल में एक लड़के ने न्युटन को पीटा मगर न्युटन जब गुस्से में आ गए तो उस लड़के को भाग के अपनी जान बचानी पड़ी। पर, जोशीले न्युटन यही पर संतुष्ट नही हुए, वह उस लड़के को पढ़ाई के क्षेत्र में भी पीछे करके सबक सीखाना चाहते थे। उसी दिन से न्युटन ने पढ़ाई में दिन रात एक कर दी। यह एक महत्तवपूर्ण लम्हा था जिसकी वजह से न्युटन पढ़ाई की और आकर्षित हुए और इतनी खोजे की।
                         
Interesting facts about the Newton
(Newton)



6. न्युटन सिर्फ 23 साल के थे जब उन्होंने गुरूत्वाकर्षण की खोज की।

7. जिस वर्ष न्युटन का जन्म हुआ था उसी वर्ष गैलीलीयो गैलीलायाई का निधन हुआ था।

8. धरती सुर्य के ईर्द-गिर्द गोल नही बल्कि अंड़ाकार घुमती है यह भी न्युटन ने ही बताया था।

9. न्युटन एक खोजी भी थे। न्युटन ने पहली प्रकाश को परिर्वतित करने वाली दुरबीन खुद अपने हाथों से बनाई थी जो कि आज भी उपयोग की जाती है।

10. न्युटन के अनुमान के अनुसार संसार 2060 से पहले तक खत्म नही होगा।

11. महावैज्ञानिक अल्बर्ट आईस्टाईन अपने अध्ययन कक्ष (Study room) में दीवार पर सर आईजैक न्युटन के साथ माइकल फैराडे और जेम्स मैक्सवैल की तस्वीर लगाकर रखते थे।

12. न्युटन ने आजीवन शादी नही की।





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